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सेना में अनुकंपा नौकरी: जवान की बहन और बेटी को भी मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति!

भारतीय सेना में अनुकंपा के अनुकंपा नियुक्ति के नियम (Compassionate appointment rules in Indian Army) में केंद्र सरकार जल्द ही बड़े बदलाव करने वाली है. मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना में अब शहीद जवानों की बहन और बेटी को भी अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी मिल सकेगी.  रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति की सिफारिश के बाद केंद्र सरकार इस मामले पर गंभीरता से विचार विमर्श कर रही है. भारतीय सेना में चल रहे सुधार कार्यों की कड़ी में यह एक और बड़ी पहल सरकार के द्वारा की जा रही है। नियुक्ति प्रक्रिया को जेंडर न्यूट्रल (Gender Neutral) बनाने की सिफारिश संसदीय समिति ने की है। संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि शहीद जवान के एक बेटे या भाई को अनुकंपा के आधार पर सेना में तुरंत नौकरी मिल जाती है लेकिन उसकी बेटी या बहन को यह सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं है इसलिए शहीद जवान की बेटी या बहन को भी अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी जाए। 

सेना में अनुकंपा नियुक्ति के मौजूदा नियमों के अनुसार यदि जैसी हो या किसी ने भी जवान युद्ध में शहीद होता है तो सहना तुरंत प्रभाव से उसके बेटे को पहना में नियुक्ति प्रदान करती है. यदि बेटे की उम्र कम है तो उसे नौकरी के लिए इंतजार करना होता है. लेकिन शहीद की बेटी की नियुक्ति का विकल्प मौजूदा नियमों में नहीं है. मौजूदा नियमों के अनुसार यदि शहीद हुआ जवान अविवाहित है तो उसके एक सगे भाई को नौकरी करने का मौका दिया जाता है. लेकिन उसकी बहन के लिए यह विकल्प उपलब्ध नहीं है। मौजूदा नियमों के अनुसार यदि शहीद विवाहित था लेकिन कोई बच्चे नहीं है या छोटा है तो भी सगे भाई को मौका दिया जाता है लेकिन इसके लिए शर्त यह होती है कि वह शहीद की विधवा से शादी करें इस मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति ने काफी विचार विमर्श करने के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। 

भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति की सिफारिश महत्वपूर्ण है दरअसल नियम बहुत पुराने हैं उस समय सेना में महिलाओं की भर्ती नहीं होती थी आज तीनों सेनाओं में महिला सैनिक है इसलिए इस सिफारिश पर गंभीरता से सरकार के द्वारा विचार किया जा रहा है। और जल्दी ही इसके बारे में अंतिम निर्णय सरकार के द्वारा लिया जाएगा।



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